बर्थ खाली भी नहीं कर रहा है तो क्या करें?जितेंद्र को रेल मदद (Rail Madad) पर कंप्लेन किए हुए 15 मिनट भी नहीं बीता था कि दो-तीन टीटीई धड़धड़ाते हुए डिब्बे में आए। उसके बाद उस अनऑथराइज्ड पैसेंजर से बर्थ खाली करवाया गया। उन बर्थ पर जितेंद्र को कब्जा दिलवाया गया। इसके बाद टीटीई टीम के इंचार्ज ने जितेंद्र से कंप्लेन रिजॉल्व हो जाने का ऐप पर रिपोर्ट देने का भी रिक्वेस्ट किया। यही नहीं, टीटीई ने अपना फोन नंबर भी दिया कि आगे कोई दिक्कत होने पर इस पर कॉल कर ले।

By admin

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You missed