दरअसल, उप-महाद्वीप की क्रिकेट संस्कृति से परिचित लोगों को शायद बाबर के ख़िलाफ़ उठने वाली अतिवादी प्रतिकिया से हैरानी नहीं हो, क्योंकि हार के दौर में सबसे आसान होता है कप्तान की धज्जियाँ उड़ा देना.
इस बात की कोई फ़िक्र नहीं करता है कि आख़िर कप्तान के पास टीम कैसी है? क्रिकेट की एक पुरानी कहावत है कि कोई भी कप्तान उतना ही बेहतर दिखता है जितने बेहतर खिलाड़ी, जो उसकी टीम के पास होते हैं.