डॉ रजनी शर्मा इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज

अंतरराष्ट्रीय शब्द सृजन ने नया कीर्तिमान स्थापित किया है। इसमें रांची से डॉ रजनी शर्मा ने अशोक चक्र विजेता ‘अशोक कामटे’ की जीवनी पर स्वरचित दोहा पाठ किया।


अंतरराष्ट्रीय शब्द सृजन की सचिव और पेशे से बायोकेमिक होम्योपैथी चिकित्सक डॉ रजनी शर्मा ने इस इस वर्ष अशोक चक्र विजेताओं पर 201 कवियों का अंतरराष्ट्रीय आयोजन में सहभागिता कर एक ऐसा कीर्तिमान स्थापित किया जो अभी तक हिंदी साहित्य के इतिहास में नहीं हुआ था। इस उपलब्धि को इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्डस ने बेहतरीन मानते हुए दर्ज़ किया है जो साहित्य समाज देश के लिये गौरव की बात है।
मंच संस्थापक डॉ राजीव कुमार पाण्डेय ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय शब्द सृजन प्रतिवर्ष ऐसे आयोजन करता है जो विषय देश की त्याग तपस्या, शौर्य को परिलक्षित करता हो। इसी श्रृंखला में इस वर्ष भारत सहित अमेरिका, अबुधाबी, नेपाल,इंडोनेशिया, जापान,यूएई आदि देशों के उन रचनाकारों को लिया गया जिन्होंने संस्था द्वारा अशोक चक्र विजेताओं पर दिए गए विषय पर दोहे सृजित किये । इन्हीं रचनाकारों से संस्था के फेसबुक पेज पर 20 नवम्बर 2022 को ऑनलाइन काव्यपाठ कराया गया। लगभग साढ़े सात घण्टे में अधिकतम कवियों द्वारा किये गए अशोक चक्र विजेताओं पर दोहापाठ को इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स ने सर्वश्रेष्ठ मानते हुए इसे दर्ज़ करते हुए सर्टिफिकेट मेडल रिकॉर्डस की किताब भेंट की।रांची से डाॅ रजनी शर्मा ‘चंदा’ ने अशोक चक्र विजेता अशोक कामटे की जीवनी पर दोहे सृजित कर इस रिकॉर्ड में अपना काव्यपाठ किया।डॉ राजीव पाण्डेय ने बताया इन रचनाकारों के दोहों को संकलित कर एक ग्रन्थ “भारत के अशोक चक्र विजेता” का प्रकाशन किया गया है जिसका भव्य लोकार्पण 5 फरवरी को दिल्ली के हिंदी भवन में सम्पन्न होने जा रहा है।अशोक चक्र विजेताओं के कार्यक्रम को इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड में दर्ज़ होने पर सम्पूर्ण देश से डॉ रजनी शर्मा को बधाइयां एवं शुभकामनाएं मिल रही हैं।

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