दिल्ली सरकार और पुलिस से अनुमति मिलने के बावजूद जंतर मंतर पर किसानों का पहले ही दिन प्रदर्शन फुस्स नजर आ रहा है। सुबह 11 बजे से प्रदर्शन शुरू होना था, लेकिन 12 बजे के बाद शुरू हो पाया, क्योंकि प्रदर्शनकारी समय पर जंतर मंतर नहीं पहुंचे, जिससे ‘किसान संसद’ नहीं शुरू कर पाए। बृहस्पतिवार सुबह किसान सिंघु बॉर्डर से ही देरी से निकले तो रास्ते में उनकी बस खराब हो गई, जिसके बाद उन्हें दूसरी बस से रवाना किया गया। इसके चलते बसों के जरिये 200 किसान 12 बजे के आसपास दिल्ली के जंतर मंतर पहुंचे। 200 किसानों में संयुक्त किसान मोर्चा के नेताओं के साथ भाकियू नेता राकेश टिकैत भी शामिल हैं।
- 26 जनवरी को लाल किला हिंसा जैसी स्थितियों से निपटने की व्यवस्था के बारे में पूछे जाने पर बीकेयू नेता राकेश टिकैत ने कहा कि जंतर मंतर से संसद महज 150 मीटर की दूरी पर है। हम वहां अपना संसद सत्र आयोजित करेंगे। हमें गुंडागर्दी से क्या लेना-देना? क्या हम बदमाश हैं?
- 200 किसानों को लेने के लिए बस सिंघु बॉर्डर पहुंची है। इस दौरान राकेश टिकैत ने भी बात की।
- बताया जा रहा है कि उपराज्यपाल अनिल बैजल के निर्देश पर दिल्ली पुलिस और किसान प्रदर्शनकारियों के बीच सहमति बनी। दिल्ली पुलिस की ओर से अनुमति के तौर पर 200 प्रदर्शनकारी 9 अगस्त तक रोजाना जंतर-मंतर पर सुबह 11 से शाम 5 बजे तक प्रदर्शन कर सकेंगे।
- बताया जा रहा है कि जंतर मंतर जाने वाले 200 किसानों की बसों को सिंघु बॉर्डर पर रोका जाएगा। यहां बसों में बैठे प्रदर्शनकारियों व उनके आधार कार्डों की जांच की जाएगी। पुलिस यह भी देखेगी कि 200 से ज्यादा प्रदर्शनकारी बसों में तो नहीं बैठे हैं। इसको लेकर भारी संख्या में पुलिस व सुरक्षा बलों के जवान तैनात किए गए हैं।