डीपीएस राँची में इंडियाज इंटरनेशनल मूवमेंट टू यूनाइट नेशंस झारखंड कांफ्रेंस 2023 आयोजित
दिल्ली पब्लिक स्कूल राँची एवं इंडियाज इंटरनेशनल मूवमेंट टू यूनाइट नेशंस द्वारा दिनांक 04 से 06 अगस्त, 2023 तक आई.आई.एम.यू.एन झारखंड 2023 का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम को तीन मुख्य वर्गों में विभाजित किया गया था- पहले दिन, उद्घाटन समारोह विवेकानंद सभागार में आयोजित किया गया जिसमे डॉ. आशा लाकड़ा (भाजपा राष्ट्रीय सचिव और पूर्व मेयर, राँची, झारखंड), कर्नल रंजीत सिंह (सेवानिवृत्त), भारतीय सेना के मेजर जनरल मनोज कुमार (सेवानिवृत्त), जो अति विशिष्ट सेवा पदक विजेता हैं, डॉ पवन दिवेदी (कैरियर कोच और मोटिवेशनल स्पीकर) एवं डॉ राम सिंह, प्राचार्य, डीपीएस राँची मुख्य अतिथियों के रूप में उपस्थित थे । उद्घाटन समारोह में मुख्य अतिथियों के प्रेरक भाषणों ने सभा में उपस्थित सभी प्रतिभागियों को प्रेरित किया। आई.आई.एम.यू.एन झारखंड 2023 में विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों के 300 से अधिक प्रतिनिधियों ने भाग लिया था।
समारोह के मुख्य अतिथियों ने डीपीएस राँची द्वारा अपने परिसर में इस प्रकार का सम्मेलन शुरू करने के लिए किए गए प्रयासों की सराहना की और प्राचार्य डॉ राम सिंह को ऐसे नवाचारों को आगे बढ़ाने के लिए बधाई दी। उन्होंने कहा कि विद्यालयो द्वारा इस प्रकार के प्रयास निश्चित रूप से छात्र जीवन के स्तर को ऊपर उठाएगा। उन्होंने कहा कि प्रत्येक विद्यार्थी को समाज के प्रगति के प्रति अपना योगदान देना चाहिए। ये पहल युवाओं को गंभीर रूप से सोचने और एक ऐसी दुनिया की कल्पना करने के लिए सशक्त बनाएगी जहां सहयोग और समझ कायम हो। यह छात्रों में अनुशासन, आत्मविश्वास, विश्लेषणात्मक क्षमता और समस्या सुलझाने की क्षमता भी विकसित करेगा। इसके अलावा, ऐसे पहल के वजह से विद्यार्थीगण दुनिया के बारे में जानेंगे क्योंकि वे अपने देशों के अलावा अन्य देशों का प्रतिनिधित्व करेंगे और वैश्विक समस्याओं के संभावित समाधान प्रस्तुत करेंगे। मॉडल संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन वैश्विक नागरिकों को तैयार करने में एक प्रमुख मंच के रूप में कार्य करता है। इस अन्योन्याश्रित दुनिया में, मॉडल यूनाइटेड नेशन जैसे कार्यक्रमों का संचालन वैश्विक नागरिकों का निर्माण करता है जो न केवल अपने राष्ट्र द्वारा लिए गए निर्णयों को समझते हैं बल्कि यह भी समझते हैं कि ऐसे परिवर्तन क्षेत्रीय, राष्ट्रीय और वैश्विक स्तर पर राजनीति को कैसे प्रभावित करते हैं। उन्होंने पब्लिक सर्विसेज के महत्व के बारे मे भी बताया।
आई.आई.एम.यू.एन झारखंड 2023 के सत्र के दूसरे दिन सभी प्रतिनिधियों विविध वैश्विक मुद्दों और वर्तमान रुझानों पर वाद-विवाद करने के लिए एकत्र हुए। सम्मेलन के दौरान कुल 11 समितियों और कार्यसूचियों का गठन किया गया था जिसमे प्रतिभागी प्रतिनिधियों ने लोकसभा – भारत में शहर आधारित ‘शिक्षा केंद्रों’ के उदय पर सवाल उठाना, एआईपीपीएम – राष्ट्रीय भाषा का प्रश्न, जेएलए – राज्य में आर्थिक असमानता को संतुलित के लिए एक रूपरेखा बनाना, जेपीसी- बढ़ती बेरोजगारी से निपटने के लिए रूपरेखा तैयार करना, यूनेस्को- एक समान सार्वभौमिक शिक्षा की व्यवहार्यता पर चर्चा, यूएनईपी- वैश्विक अपशिष्ट प्रबंधन से निपटना, यूएनडब्ल्यू- ‘पिंक टैक्स’ का सवाल, डीआईएसईसी- एंटी-बैलिस्टिक मिसाइल संधि 1972 पर विशेष जोर देने वाली हाइपरसोनिक मिसाइल तकनीक, इन्फ्लुएंसर शिखर सम्मेलन – मानसिक स्वास्थ्य पर सोशल मीडिया के प्रभाव पर चर्चा, आईपीएल- मेगा ऑक्शन और आईसीआईजे – प्रेस और मीडिया जैसे विभिन्न विषयों पर अपने विचार प्रकट किए। कार्यक्रम के दूसरे दिन दयामनी बारला – एक भारतीय आदिवासी पत्रकार और कार्यकर्ता, मनोज कुमार सिंह- पत्रकार और प्रोफेसर संपादक, ग्रीन रिवोल्ट और सेवन समिट्स, दुनिया की सात सबसे ऊंची महाद्वीपीय चोटियों पर चढ़ने वाली पहली भारतीय महिला- प्रेमलता अग्रवाल (पर्वतारोही) की उपस्थिति ने इस कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई।
आई.आई.एम.यू.एन झारखंड 2023 का अंतिम दिन, एक आध्यात्मिक दिन था जिसकी शुरुआत योग के साथ शुरू हुई एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों और पुरस्कार समारोह के साथ इस दिन का समापन हुआ। ज्ञान, नेटवर्किंग, सामाजिकता और प्रेरणा से भरपूर इस अद्भुत कार्यक्रम से शिक्षार्थियों ने अमूल्य ज्ञान प्राप्त किया जिसे वे अपने शेष जीवन में अपने साथ रखेंगे।
इस अवसर पर बोलते हुए, डॉ. राम सिंह, प्राचार्य, डीपीएस, राँची ने इस तरह के एक अभिनव कार्यक्रम की शुरुआत करने के लिए आयोजन परिषद के सदस्यों को धन्यवाद दिया और कहा कि इस तरह के आयोजन में भाग लेने से छात्र नेतृत्व कौशल, संगठन कौशल सीखते हैं और जीवन की वास्तविकता से अवगत होते हैं। उन्होंने कहा, “वैश्विक चुनौतियों से निपटने के लिए वैश्विक प्रतिक्रियाओं के अलावा कोई अन्य तरीका नहीं है और ये वैश्विक प्रतिक्रियाएँ तभी प्राप्त की जा सकती हैं जब हम दुनिया भर में वैश्विक नागरिकों का मार्गदर्शन करेंगे ताकि भविष्य की चुनौतियों का सामना वैश्विक एकता के साथ किया जा सके। “
आई.आई.एम.यू.एन झारखंड 2023 कार्यक्रम बहुत ही शैक्षिक और ज्ञान से परिपूर्ण था, इस पहल ने प्रतिनिधियों को दुनिया की कई चिंताओं और वर्तमान रुझानों पर चर्चा करने के लिए एक मंच दिया।