ईरान इस जंग में खुलकर हमास और फ़लस्तीनियों के समर्थन में खड़ा है और बार-बार इसराइल को कड़े परिणाम भुगतने की चेतावनी दे रहा है.
ईरान की सरकारी समाचार सेवा प्रेस टीवी के मुताबिक़ ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्लाह अली ख़ामेनेई ने कहा है कि अगर इसराइल के हमले जारी रहे तो मुसलमानों को कोई नहीं रोक पाएगा.
ऐसे में सवाल ये है कि बार-बार चेतावनियां और धमकियां देने वाला ईरान क्या वाक़ई इसराइल के साथ युद्ध में उतरने के लिए सक्षम है?