गुजरात: साल 2025 को “संगठन सृजन वर्ष” घोषित करते हुए कांग्रेस पार्टी ने अपने संगठनात्मक ढांचे को जमीनी स्तर पर मजबूत करने के लिए व्यापक योजना पर काम शुरू किया है। इस योजना के तहत कांग्रेस अब पहले जिला, फिर प्रदेश की रणनीति को अपनाते हुए संगठन को विकेंद्रीकृत और प्रभावी बनाने की दिशा में आगे बढ़ रही है।
सूत्रों के अनुसार, संगठन सृजन के इस काम का खाका तैयार करने में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा की अहम भूमिका है। गुजरात में लागू हो रहे पायलट प्रोजेक्ट का पूरा ब्लूप्रिंट प्रियंका गांधी ने तैयार किया गया है। इस योजना के तहत 12 अप्रैल को गुजरात में 43 एआईसीसी ऑब्जर्वर, 7 सपोर्टिंग ऑब्जर्वर और 183 पीसीसी ऑब्जर्वर की नियुक्ति की गई है। इन नियुक्तियों का मकसद जिला स्तर पर संगठन को पुनर्गठित करना और जिला अध्यक्षों को ज्यादा ताकतवर बनाना है। इन ऑब्जर्वर्स में कई सीनियर नेता शामिल हैं, जिनमें बाला साहब थोराट, बी के हरिप्रसाद, माणिकम टैगोर, हरीश चौधरी, मीनाक्षी नटराजन, विजय इंदर सिंगला, अजय कुमार लल्लू, इमरान मसूद, धीरज गुर्जर और बी.वी. श्रीनिवास के नाम प्रमुख हैं। 15 अप्रैल को गुजरात में इन सभी ऑब्जर्वर्स की पहली बैठक आयोजित की जाएगी, जिसमें आगे की रणनीति तय की जाएगी।