नई दिल्ली। दिल्ली के आईटीओ स्थित गांधी मेमोरियल ऑडिटोरियम प्यारेलाल भवन में छठ महापर्व समन्वय मंच द्वारा 18 अगस्त 2024 को होने वाले छठ सेनानी सम्मान समारोह की तैयारी जोरों पर है। छठ महापर्व समन्वय मंच के कई पदाधिकारियों से तैयारी और उद्देश्य पर बात हुआ। जिससे लगा की दिल्ली के छठ आयोजको में कुछ मुद्दों पर काफी गुस्सा है। मंच के दक्षिण-पश्चिम दिल्ली जिला के नीरज मेहता ने कहा कि इस बार अगर केंद्र सरकार और दिल्ली सरकार ने यमुना में छठ मनाने नहीं दिया तो अगले वर्ष सीएम हाउस में भी छठ मनाएंगे और यमुना के हर घाट पर तो छठ मनाएंगे ही। जब हरियाणा और उतर प्रदेश में यमुना में छठ मनाने पर रोक नहीं है, तो फिर दिल्ली में कैसे छठ महापर्व पर रोक लगाई गई हैं? एलजी और सीएम नूरा कुश्ती छोड़े और यमुना नदी में हम पूर्वांचलियों को फिर से छठ करने की अनुमति दे। शहादरा जिला के अनिल प्रजापति ने कहा कि दिल्ली में हमारा संख्या 50% से अधिक है, लेकिन हमारे सबसे बड़ा पर्व हमे यमुना नदी में नहीं मनाने दिया जा रहा है। ये हम पूर्वांचलियों का दुर्भाग्य है, अगर इस बार भी रोका गया तो फिर सीएम हाउस और एलजी हाउस में छठ घाट निर्माण करना पड़ेगा। ऊंगली अब टेढ़ी करने की जरूरत है। पश्चिमी दिल्ली के उमेश मौर्या ने छठ के फण्ड में गड़बड़ी का मुद्दा उठाया और कहा की छठ के लिए दिल्ली सरकार से दिया गया 80% फण्ड भ्रष्टाचार का भेंट चढ़ जा रहा है। सारा गड़बड़ी विधायक और टेंट वाले के मिली भगत से हो रहा है। हमारा मांग है, की लूट को रोकने के लिए जिस काम के लिए फण्ड आ रहा है या तो वो काम करवाओ या फण्ड देना है तो सीधा आयोजन समिति के अकाउंट में दो। नई दिल्ली जिला के चंद्रप्रताप सिंह ने कहा की अब दिल्ली सरकार और केंद्र सरकार से कोई उम्मीद नहीं रहा। छठ महापर्व की समस्या दिल्ली के किसी पूर्वांचली को सीएम बनने पर ही समाधान हो सकता है। सबको मिलकर दिल्ली में पूर्वांचली सीएम बनाने पर जुट जाना चाहिए। पूर्वी दिल्ली के ऋषि यादव ने तो कहा की छठ महापर्व समन्वय मंच के संयोजक रजनीश झा ने सबको सम्मानित करने और एक साथ सभी समिति को लाकर समस्या का समाधान करने का अभियान शुरू किया है, इससे जल्द ही समस्या का समाधान होगा। यमुना में भी छठ शुरू होगा और छठ समिति में जागरूकता आ रहा है, कोई भी टेंट वाला या विधायक भ्रष्टाचार नहीं कर पाएगा। उत्तरी दिल्ली के किरण मिश्रा ने बताया की कलयुग में संगठन की शक्ति ही महत्वपूर्ण है, रजनीश झा ने जो अभियान चलाया है उसको हमलोग मजबूत करने का प्रयास कर रहे है। हमलोग अपने पार्टी से ऊपर सोच लेकर एकत्रित हो गए तो यमुना में भी छठ मनेगा और कोई फण्ड गड़बड़ी करने का सोच भी नहीं सकता। मैं दिल्ली के सभी छठ समितियों से अपील करती हूं की 18 अगस्त को प्यारे लाल भवन पहुंच कर संगठन का परिचय दें। दक्षिणी दिल्ली के बलराम झा ने कहा है कि जब दिल्ली जैसे महानगर में नया साल और वेलेंटाइन डे पर इतना शोर गुल मचाया जाता है। तो जो पर्व ही स्वच्छता का प्रतीक है , उस पर प्रतिबंध क्यूं लागया जाता है। क्या पूर्वांचली सरकार के लिए केवल वोट बैंक है, और सरकार को उनकी श्रद्धा और आस्था से कोई सरोकार नहीं है। पूरी दिल्ली में छठ सेनानी सम्मान सामारोह की तैयारी जोर शोर से चल रही है। तैयारी देखकर ऐसा लग रहा है की कार्यक्रम पिछले वर्ष से भी बड़ा और भव्य होगा।